आपने बहुत सारे वीडियो संवाद देखे होंगे। आज यह भी देखिये। संबंध कैसे आपसी समझदारी से सरल, सहज और जीवंत हो जाते हैं।
सुतपा सिकदार और इरफान का यह इंटरव्यू 30 दिसंबर, 2010 को वरिष्ठ पत्रकार अजय ब्रह्मात्मज ने लिया था और अपने ब्लॉग chavannichap.blogspot.com पर डाला था। मैं उसे आपके लिए विजुअल माध्यम में लेकर आ गई हूँ। विजुअल माध्यम का अपना एक असर होता है। यह शब्दों को आँखें दे देता है।
मैं कोई दावा नही कर रही कि मैंने कोई बड़ा अच्छा काम कर दिया है। उद्देश्य भी नहीं है। चाहती सिर्फ इतना थी कि एक सरल, सहज, सफल जोड़े को आप देखें। जिसतरह इरफान ने कहा कि "पोजिटिविटी का कोई ऑप्शन नहीं होता, उसी तरह से इन दोनों का जीवन है जो हमें बहुत से तरल और कोमल तन्तु दे रहा है।
बोले विभा 45 की यह कड़ी आज आपके लिए है। मैंने जब इसे पढ़ा तो यह बहुत गहरा असर कर गया दिलो दिमाग पर। आज का यह वीडियो फिर से आपके लिए। अपनी राय यहाँ तो दें ही। यूट्यूब लिंक पर भी देंगे तो आपकी बात और भी लोगों तक पहुंचेगी। लिंक यहां है, देखें ज़रूर..
2 comments:
इरफ़ान और सुतपा की बातचीत को आपने बहुत आकर्षक तरीके से बताया है. इरफ़ान बहुत अच्छे अभिनेता थे, उनकी निजी ज़िन्दगी और आपसी संबंधों को जानकार बहुत अच्छा लगा. कुछ रिश्ते कितने इतने प्यारे होते हैं.
यू ट्यूब में भी टिपण्णी लिखी हूँ.
बहुत बहुत धन्यवाद डॉ जेन्नी। ऐसे संबंध हमलोगों के लिए उदाहरण और अनुकरणीय हैं।
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