औरतों, लड़कियों, पत्नियों पर कमेंट्स प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से होते रहते हैं। जोक्स में तो और भी। लोग सुनते हैं, ठहाके लगाते हैं। छम्मकछल्लो की कोशिश उसके रूप को बदल देने की रहती है। वह पाती है कि तब हंसी टीस में बदल जाती है। ऐसी ही एक कोशिश यहाँ भी। पढ़िये, शेयर कीजिये। सम्मान देने से खुद को मिले सम्मान की मात्रा कई गुना ज़्यादा हो जाती है।
किसी ने बड़े प्यार से पूछा ~ रात को ऑनलाइन कब आते हो?
दर्द की दीवारें हिल गयी जब ADMIN नें कहा-
बर्तन धोने के बाद .......
नया वर्जन-
किसी ने बड़े प्यार से पूछा ~ रात को ऑनलाइन कब आती हो?
उसने बड़े स्वाभाविक रूप में कहा- वेरी नेचुरल, जब ADMIN नें कहा
बर्तन धोने के बाद।
ADMN रोती रही, बर्तन धुलते रहे- कुछ पानी से, कुछ आंसुओं से। ऐसी बातों से ही किसी लड़की या औरत का वज़ूद ख़त्म हो जाता है।###
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