पति-पत्नी के जोक्स का उल्टा -पुल्टा रूप!
भिंडी और बैगन!
दिल में उमंगे उछल रही हों,
लड़कियां तिरछी नजरों से देखती हों,
सारी दुनिया का बादशाह हो ऐसा रुआब हो,
जिसकी दहाड़ से कुत्ते भी भाग जाते हों....
ऐसा बांका जवान
शादी के बाद
बीवी से पूछे कि
"अगर भिन्डी न मिले तो
बैंगन ले आऊं क्या ?".........
तब आँखें भर आती हैं !
दिल में उमंगे उछल रही हों,
लड़के तिरछी नजरों से देखते हों,
सारी दुनिया की महारानी हो, ऐसा रुआब हो,
जिसकी एक नजर से बब्बर शेर भी कुत्ते सरीखे दुम हिलाने लगते हों....
ऐसी प्यारी से, ऐसी दुलारी से
शादी के बाद
अपने मियां से पूछे कि
"अगर भिन्डी न मिले तो
बैंगन पकाऊं क्या ?".........
तब आँखें भर आती हैं !
भिंडी और बैगन!
दिल में उमंगे उछल रही हों,
लड़कियां तिरछी नजरों से देखती हों,
सारी दुनिया का बादशाह हो ऐसा रुआब हो,
जिसकी दहाड़ से कुत्ते भी भाग जाते हों....
ऐसा बांका जवान
शादी के बाद
बीवी से पूछे कि
"अगर भिन्डी न मिले तो
बैंगन ले आऊं क्या ?".........
तब आँखें भर आती हैं !
दिल में उमंगे उछल रही हों,
लड़के तिरछी नजरों से देखते हों,
सारी दुनिया की महारानी हो, ऐसा रुआब हो,
जिसकी एक नजर से बब्बर शेर भी कुत्ते सरीखे दुम हिलाने लगते हों....
ऐसी प्यारी से, ऐसी दुलारी से
शादी के बाद
अपने मियां से पूछे कि
"अगर भिन्डी न मिले तो
बैंगन पकाऊं क्या ?".........
तब आँखें भर आती हैं !
No comments:
Post a Comment