मेरे जीवन का मूलमंत्र रहा है- एकला चोलो रे...! यह मूल मंत्र मुझे दिया गुरुदेव रोबीन्द्रोनाथ ठाकुर ने। उसके साथ यह विश्वास भी कि आगे बढ़ो- लोग अपने आप साथ आएंगे और इसतरह से कारवां बढ़ता जाएगा। आपका साथ #बोलेविभा के इस कारवां को बढ़ा रहा है।
7 मई को गुरुदेव का जन्मदिन था। मुख्य दिवस पर कुछ भी लिखने, बोलने आदि से सामान्यत: सकुचाती रही हूँ। कैसे मैं बचपन से ही इनसे जुड़ी और कैसे तैयार किया मैंने उनकी लिखी कहानी पर अपना सोलो नाटक 'भिखारिन'। आइये न! देखते हैं। इसे देखने के बाद आपको भी कुछ न कुछ याद आएगा ही अपना असोसियेशन । साझा कीजिये।
नाटक 'भिखारिन' youtube पर भी है। आप देख सकते हैं। इसका अभी लिंक दे रही हूँ-
https://www.youtube.com/watch?v=0ahUEWtCJME&t=203s
#Tagore, #EklaCholoRe #Bhikharin #SoloPlay #Play #BoleVibha54
https://www.youtube.com/watch?v=ebDUtwrHEjw&t=164s
7 मई को गुरुदेव का जन्मदिन था। मुख्य दिवस पर कुछ भी लिखने, बोलने आदि से सामान्यत: सकुचाती रही हूँ। कैसे मैं बचपन से ही इनसे जुड़ी और कैसे तैयार किया मैंने उनकी लिखी कहानी पर अपना सोलो नाटक 'भिखारिन'। आइये न! देखते हैं। इसे देखने के बाद आपको भी कुछ न कुछ याद आएगा ही अपना असोसियेशन । साझा कीजिये।
नाटक 'भिखारिन' youtube पर भी है। आप देख सकते हैं। इसका अभी लिंक दे रही हूँ-
https://www.youtube.com/watch?v=0ahUEWtCJME&t=203s
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https://www.youtube.com/watch?v=ebDUtwrHEjw&t=164s
आभार साझा करने के लिए ...
ReplyDeleteAbhaar
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