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Thursday, April 9, 2020

तुम भूल न जाना थूकने को।


तुम भूल न जाना थूकने को।



थूकना बहुत नेचुरल है। मुंह में थूक न बने तो कई सेहत संबंधी दिक्कतें आ सकती हैं। मगर, थूकना एक रवायत है। एक तहज़ीब है। न थूकें तो बहुत से मसले सामने आ सकते हैं। हमारा देश महान है और हमारी आदतें भी। थूकना भी इन्हीं महान आदतों में से एक है।


इसलिए, थूकने जैसे महान #सत्कर्म पर आस्था रखनेवाले सभी #सुधिजनों! हे इस देश के #महान #थूकनहारो! तुम थूको. तुम यह मत देखो कि जगह कितनी साफ है, बल्कि यही देखो कि जगह कितनी साफ है ताकि उसे अपने महान थूक से और भी थूकीकृत कर दो... बोले विभा 23 में #थूक- माहात्म्य! देख, सुन और शेयर करके #थूकमाहात्म्य को जन-जन तक पहुंचाने का पुण्य लाभ अर्जित करें.

थूकने के इस माहात्म्य को यूट्यूब पर भी देखें। लिंक ये रहा-
https://www.youtube.com/watch?v=qHHpQ3YBi4o

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