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Wednesday, January 28, 2009

पैसा या खुदा

एक दो दिन पहले की बात है। छाम्माक्छाल्लो किसी से बात कर रही थी। बात ही बात में पैसे का ज़िक्र निकला और उनहोंने कहा की पैसा खुदा नहीं है, मगर खुदा से कम भी नहीं है। उनकी इस बात ने छाम्माक्छाल्लो को भी सोचने पर मज़बूर कर दिया। यूँ छाम्माक्छाल्लो इस बात से इत्तफाक रखती है की जीवन में पैसे का होना बेहद ज़रूरी है। पैसा सबकुछ नहीं है, मगर पैसा बहुत कुछ है। यहाँ तक की खुदा या ईश्वर से मिलाने के लिए भी पैसा चाहिए, वरना हमारी तीर्थ यात्रा नहीं हो पाएगी। सिद्धांत रूप में पैसे के प्रति लोगों के विचार कुछ अलग हो सकते हैं, मगर व्यावहारिक रूप में इसके महत्त्व को नकारा नहीं जा सकता।

छाम्माक्छाल्लो इस पर आप सब की राय जानना चाहेगी।

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