tag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post2260742185587159234..comments2023-10-25T18:23:00.807+05:30Comments on chhammakchhallo kahis: कायस्थ तो बोलो, मगर चमार नहींVibha Ranihttp://www.blogger.com/profile/12163282033542520884noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post-60881480273751626552013-04-19T14:36:38.966+05:302013-04-19T14:36:38.966+05:30waah adbhut aapne apne vicharo me smaaj vyaapta ja...waah adbhut aapne apne vicharo me smaaj vyaapta jaativaad ki choti soch ko apne shabdo me jivant kr diya hai...padh ke khusi huee tah-e-dil se<br />Dhanyvaad<br />Preetam SrivastavaPreetam Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/08574504949755291753noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post-92193455951608215962009-05-14T02:07:00.000+05:302009-05-14T02:07:00.000+05:30थोड़े से शब्दों में बहुत कुछ कह दिया। जाति व्यवस्था...थोड़े से शब्दों में बहुत कुछ कह दिया। जाति व्यवस्था जाती नहीं दुगने जोश से आती नजर आ रही है।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post-57036655676508809372009-05-14T00:56:00.000+05:302009-05-14T00:56:00.000+05:30कहीं किसी वक़्त बात करते करते मेरे मुंह से किसी ए...कहीं किसी वक़्त बात करते करते मेरे मुंह से किसी एक बच्चे के लिए निकल पड़ा कि 'फलां फलां का illegitimate child (अवैध संतान) है'. मेरे बड़े भाई ने टोका 'बच्चा illegitimate (अवैध) है या उसके माँ बाप?..ख़बरदार जो कभी किसी बचे को illegitimate (अवैध) कहा.' बात घर कर गयी. किसी अबोध को क्या मालूम अपने अस्तित्व में आने का कारण और परिस्थितियाँ.... फिर भी सामाजिक प्रथानुसार उससे सारी उम्र जताया जाय कि वो अवैध है, ये कहाँ तक उचित है....? चलिए इसी सन्दर्भ में अब आते हैं जाती प्रथा पर. आये दिन सुनने में आता है कि 'फलां बच्चा मुसलमान है' या 'फलां बच्चा हिन्दू या इसाई है'. क्या उस बच्चे को ये मालूम है कि वो किस धर्म का है? उसके माँ बाप हिन्दू, मुसलमान, इसाई या किसी भी धर्म के अनुयायी हो सकते हैं, पर किसी अबोध मन पर ये बोझ डालना तर्कसंगत है? कोई बभी बच्चा, किसी भी धर्म के मानने वाले माता पिता की संतान हो सकता है, पर विज्ञान हमें बताता है कि मान्यताएं अनुवांशिक नहीं होतीं.हर्ष प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17273502114915516392noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post-32337312737145534572009-05-14T00:39:00.000+05:302009-05-14T00:39:00.000+05:30bahoot khoob,bahoot khoob,Jaya guptahttps://www.blogger.com/profile/10820917514053988928noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post-31177580532137264292009-05-13T22:44:00.000+05:302009-05-13T22:44:00.000+05:30विभाजी
बहुत सही जी...........
आभार
मुम्बई टाईगर ...विभाजी <br />बहुत सही जी...........<br />आभार<br /><br />मुम्बई टाईगर <br /><br />हे प्रभु यह तेरापन्थMUMBAI TIGER मुम्बई टाईगरhttps://www.blogger.com/profile/12686479234497210080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-813572674361777059.post-48615747960080228772009-05-13T22:21:00.000+05:302009-05-13T22:21:00.000+05:30विभा रानी जी
हम आपकी पोस्ट "कायस्थ तो बोलो, मगर च...विभा रानी जी<br />हम आपकी पोस्ट "कायस्थ तो बोलो, मगर चमार नहीं" पर आपको बधाई इस लिए भी देना चाहते हैं कि आपने कितने सरल तरीके से इस जातिगत बुराई की बात उठाई और ये भी बता दिया कि बाद में वही कायस्थ बहू भी बनी .<br /> अच्छा लगा .<br />- विजयविजय तिवारी " किसलय "https://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.com